Wednesday, April 26, 2017

Average Indian के मन की बात..

An open letter to the Prime Minister of India..

भारत
के 'लोकप्रिय' प्रधानमंत्री,
आदरणीय नरेंद्र मोदीजी,
                         चुनाओंका दौर चलता रहता है हिंदुस्तान में. आपभी प्रयास कर ही रहे हैं की सारे चुनाव एकसाथ हों! ऐसेमें उस विषय में हाथ डालना उचित नहीं, पर बात अब इस 'एवरेज इंडियन' के दिलों दिमाग पर असर कर रही है तो वो बातें उगलेगा ही।
  असंतोष तो है साहब! जब २०१२ में आप गोवा में मराठी में चुटकी लेते हुए भाषण की शुरुवात किये थे तो मेरे जैसा वो हर मराठीएवरेज इंडियन’ जानके बैठा था की ये, बस ये व्यक्ती ही देश का अगला प्रधानमंत्री होगा। उसके बात आपने हर राज्य में हम जैसे लोगोंका समर्थन पाया होगा। बात ऐसी ही तो है, की हम ही वो हैं जिसे दिल्ली-कलकत्ता जैसे शहरोंमें बड़े विश्वविद्यालयोंमें बैठे उदारवादी चरित्र वाले लोग 'Cult' मानते है। उन्हें लगता है की हम ही भक्त बन सकते है किसीके। हम ही शायद वो लोग है जो क्लिकबैट वाली खबरोंपर लाइक, कॉमेंट और शेअर का बटन दबाकर गर्व महसूस करते हो। और हम ही वो है जो दिन रात 'Visual दुनिया' में अपने देश के लिए जंग लड़तें हो। असलीयत में एवरेज इंडियन कुछ ऐसा ही होता है। पर एक बात वो नहीं जानते की एवरेज इंडियन उतनाही गरियाता भी है!!
                                      हाल ही में सुकमा में हिंदुस्तानी जवानो पर हमला हुआ। CRPF के २४ शहीद अब अलविदा कह गये। उसके घरवालोंका और दोस्तोंका दर्द हम और आप नहीं समझ सकते। हम समझ बस एक ही चीज सकते हैं, 'बदला'! क्यूंकि हम हैं ही, एवरेज इंडियन!! वो टीवी डिबेट में बड़े विश्वविद्यालयोंके प्राध्यापक और प्राध्यापिका जिन 'Human Rights' की बात करते हैं उनका हमें ज्ञान होता ही नहीं है। उन जवानोका नहीं होता तो नक्सलियोंका कैसा 'Human Right'? पण्डितोंका नहीं होता तो बाकी कश्मिरियोंका कैसा 'Human Right'? और अगर किसान का नहीं तो उन बड़े कारोबारियोंका कैसा 'Human Right'? एवरेज इंडियन की इस सोंच वाला पहलु आपने शायद देखा ही नहीं होगा। हमें बस चुनाव में ही क्यों लगे की मोदीजी जनता की मनोदशा भाँप जाते हैं? आपसे एक दरख्वास्त इतनी भी है कभी वेश बदलकर किसी मिडल क्लास फैमिली के घरके खिड़की पे तब कान लगाइएगा जब वो थका  हुआ काम से लौटकर टीव्ही के सामने बैठा होगा, टीव्ही पे 'सुकमा' या 'उरी' जैसी कोई खबर हो और राजनाथ जी का वो ही सुनहरा सा बयान आए, कड़ी निंदा वाला! बस उसी वक़्त आप जनता की असली मनोदशा समझ चुके होंगे!
                                            ५६ इंच का सीना और सर्जिकल स्ट्राइक वाली दहाड़ कोई 'बाहुबली' जैसी 'Once in a life time' चित्रकथा बनके रह जाए।  आप देश के सब से अच्छे प्रधानमंत्री हैं, सोचा आप ही सुनलेंगे हम जैसे एवरेज इंडियन की बात! अब खून खौलने दीजियेगा।  क्यूंकि हम ये भी जानते है की आप भी दिल ही दिल में हम जैसे एवरेज इंडियन ही है!